शनिवार, 18 जुलाई 2015

RAS Exam result and selected aspirants

पाली। आरपीएससी की ओर से शुक्रवार को घोषित आरएएस-2012 के परिणाम में जिले के इतिहास में पहली बार 20 से अधिक अभ्यर्थियों ने अपनी कामयाबी का परचम पूरे प्रदेश में लहराया है। इनमें सोजत के रेंदड़ी गांव से ही 5 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। इनमें से दो सगे भाई भी आरएएस बनने में सफल हुए हैं।
इसके अलावा एक दंपती ने भी सफलता हासिल की है। इन अभ्यर्थियों में से ज्यादातर वर्तमान में राजकीय सेवा में सेवारत हैं तथा सभी सामान्य परिवारों से हैं। अधिकतर अभ्यर्थी तो छोटे-छोटे गांव ढाणियों में रहने वाले हैं। शुक्रवार शाम रिजल्ट आने के बाद “भास्कर’ ने इन अभ्यर्थियों को उनके सफल होने की जानकारी दी तो उनकी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा।
आयकर निरीक्षक से लेकर शिक्षक तक रहे सफल : आरएएस-2012के परीक्षा परिणाम में सफल रहने वाले अभ्यर्थियों में कोई शिक्षक पद पर, तो किसी ने आयकर निरीक्षक रहते हुए आरएएस बनने के लिए परीक्षा दी। चयनित अभ्यर्थियों में से पांच अध्यापक ही हैं। इसके साथ ही आयकर निरीक्षक, तहसीलदार, एसीटीओ, ग्रामसेवक, लैब टेक्नीशियन इंश्योरेंस कंपनी में कार्यरत युवा भी शामिल हैं।
मारवाड़ जंक्शन से भी एक साथ तीन अभ्यर्थी हुए सफल: मारवाड़ जंक्शन कस्बे के तीन अभ्यर्थियों ने भी एक साथ इस परीक्षा में सफलता दर्ज करवाई है। खास बात यह है कि तीनों ही अभ्यर्थी राज्य सेवा में सेवारत हैं। इनमें से अजय अमरावत वर्तमान में मारवाड़ जंक्शन में तहसीलदार हैं, जबकि चंपालाल एसीटीओ दिनेश राय थापेला अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं।
पांच अध्यापक बने आरएएस
सफल रहे अभ्यर्थियों में से पांच अध्यापक के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इनमें से जिनेंद्र जैन, इंद्रदेव, श्याम, दिनेश परिहार दिनेश राय थापेला जिले की विभिन्न स्कूलों में कार्यरत हैं। खास बात तो यह है कि इन सभी ने किसी भी कोचिंग संस्थान से कोंचिंग तक नहीं ली और अपने स्तर पर ही तैयारी कर उन्होंनें यह मुकाम पाया है।
रेंदड़ी गांव से पांच अभ्यर्थियों का चयन, दो सगे भाई भी हुए सफल
सोजत तहसील के रेंदडी गांव ने सफलता का जोरदार इतिहास रचा। यहां के इंश्योरेंस सेवा में कार्यरत दो सगे भाइयों भागीरथसिंह लखावत भरतसिंह लखावत ने आरएएस परीक्षा में कामयाबी पाई। इनके साथ ही यहां से अध्यापक इंद्रदेव, श्याम देवल कुमारी ने भी सफलता हासिल कर गांव का नाम रोशन किया है। वर्तमान में भागीरथसिंह भरतसिंह अहमदाबाद बीमा कंपनियों में कार्यरत हैं। दोनों भाइयों ने “भास्कर’ को बताया कि उन्होंने अपने स्तर पर ही पढ़ाई करके यह मुकाम पाया है।
पुनायता के सुरेंद्रसिंह राजपुरोहित ने आरएएस परीक्षा में राज्य स्तर पर 14वीं रेंक हासिल कर गांव का नाम रोशन कर दिया। वर्तमान में जयपुर में राजस्थान लेखा सेवा में कार्यरत राजपुरोहित लंबे समय तक पाली के बांगड़ अस्पताल में कंपाउडर के पद पर कार्यरत रहे। उनका कहना है कि मरीजों की सेवा के बदले मिली उनकी दुआओं से ही वे इस मुकाम पर पहुंचे। पिछली बार आरएएस परीक्षा में 54 रेंक हासिल करने वाले राजपुरोहित ने चिकित्सा विभाग में नौकरी के बाद भी यह मुकाम हासिल किया है।
सरकारी सेवा में तैयारी की, पति-पत्नी दोनों कामयाब
सरकारी सेवा में रहते हुए भगवानचंद कर्मचंदानी उनकी पत्नी पुष्पा कर्मचंदानी ने आरएएस बनने के लिए तैयारी की थी और दोनों आरएएस में सफल होने में कामयाब रहे हैं। भगवानचंद को 12वीं रेंक हासिल हुई है तथा वे वर्तमान में जिला लेखा प्रबंधक पद पर कार्यरत हैं। पुष्पा अजमेर में एसीटीओ के पद पर कार्यरत हैं। उनको 54 वीं रेंक मिली है।
1. दिनेश परिहार, 2. जितेंद्रसिंह आशिया, 3. सुरेंद्रसिंह पुनायता, 4. पूनाराम किरवा, 5. जिनेंद्र जैन, 6. भागीरथसिंह लखावत, 7. भरतसिंह लखावत, 8. इंद्रदेव, 9. श्याम, 10. देवल कुमारी, 11. रविंद्रप्रतापसिंह, 12. चंपालाल, 13. दिनेश राय थापेला, 14. अजय अमरावत,15. अक्षय जोशी ,16. धर्मिष्ठा, 17. भगवानचंद कर्मचंदानी, 18. पुष्पा कर्मचंदानी, 19. अचलाराम, 20. रोहित कुमार।
भरतसिंह
भागीरथसिंह
पूर्व जिलाप्रमुख की बहन का भी चयन
पूर्वजिला प्रमुख वर्तमान में आरजेएस ममता मेघवाल की बहन धर्मिष्ठा का भी चयन इस परीक्षा में हुआ है। साथ ही सफल अभ्यर्थियों में केंद्र राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं। इनमें अक्षय जोशी मुंबई में आयकर निरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं, जबकि सुरेंद्रसिंह राजपुरोहित पुनायता निवासी जयपुर में आरएएस अधीनस्थ सेवा में कार्यरत हैं। इनके अलावा जितेंद्रसिंह आशिया ग्रामसेवक के पद हैं।

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